3- उमेश यादव- पुलिस कांस्टेबल
भारतीय क्रिकेट के “स्ट्रॉन्गी मैन” ने खुलासा किया कि उनके पिता चाहते थे कि उन्हें सरकारी नौकरी मिल जाए इसलिए वह पुलिस कॉन्स्टेबल के पद की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे थे। वह थोड़े से अंक के द्वारा परीक्षा को पास करने में नाकाम रहे और बाद में 19 साल की उम्र में क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया और तब से विदर्भा के इस तेज़ गेंदबाज़ ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
2- शिखर धवन- आर्मी
भारत के लिए पारी की शुरुआत करने वाले शिखर धवन ने कई आतिशी पारिया खेल के भारत को मैच जिताया हैं। दिल्ली के इस खिलाडी ने एक ट्विटर पोस्ट में खुलासा किया कि अगर वह अगर क्रिकेटर न होते तो भारतीय सेना में रहके देश की सेवा करते |