पाकिस्तान एक इस्लामी गणराज्य है, लेकिन इसमें हिंदू, ईसाई और सिखों जैसे अल्पसंख्यक भी रहते हैं । हालांकि, पाकिस्तान में ज्यादातर मुस्लिम प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी शामिल हैं, लेकिन खेल कोई धर्म नहीं देखता है और इसीलिए कुछ प्रतिभाशाली हिंदू क्रिकेटरों को भी टीम में जगह मिली है।
अनिल दलपत
दलपत कराची में जन्मे पाकिस्तान के लिए खेलने वाले पहले हिंदू क्रिकेटर थे। वह सांवरिया है और वह बनिया जाति से हैं। दलपत उस समय टीम में आये जब इमरान खान टीम के कप्तान थे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 9 टेस्ट और 15 एकदिवसीय मैच खेले, लेकिन कुछ ज्यादा कमाल नहीं दिखा सके।
विकेटकीपर बल्लेबाज ने बाद में इमरान खान को अपने छोटे अंतरराष्ट्रीय करियर के लिए जिम्मेदार ठहराया। दलपत राजस्थानी विरासत के है।
दानिश कनेरिया
इस कराची में जन्मे लेग स्पिनर ने 29 नवंबर, 2000 को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। वह लंबे समय तक खेल के लंबे प्रारूप में पाकिस्तान के लिए पहली पसंद थे। कनेरिया ने अब तक पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट खेले हैं और 261 विकेट लिए हैं, लेकिन उनके क्रिकेट करियर 2009 के स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद पहले जैसा नहीं रहा और वो पाकिस्तान के लिए फिर नहीं खेल पाए ।
कनेरिया एक हिंदू है और गुजराती विरासत के है। उनके पूर्वज सूरत से चले गए और एक सदी पहले कराची में बस गए थे।
सचिन तेंडुलकर
मास्टर ब्लास्टर ने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की, लेकिन उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का स्वाद मिला- दो साल पहले जब वह 20 जनवरी, 1987 को भारत के खिलाफ पाकिस्तान के लिए खेले थे।
1987 में पाकिस्तान टीम भारत दौरे पे आयी थी और तेंदुलकर को मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में भारत के साथ एक प्रदर्शनी मैच के दौरान इमरान खान की टीम के लिए एक विकल्प क्षेत्ररक्षक के रूप में भेजा गया था।
जावेद मियांदाद और अब्दुल कादिर ने लंच के बाद मैदान छोड़ दिया और युवा सचिन तेंदुलकर को मैदान में जाने के लिए कहा गया, जो बाउंड्री पर एक बॉल बॉय थे। सचिन ने अपनी आत्मकथा- ‘प्लेइंग इट माई वे’ में लिखा है, ” मुझे नहीं पता कि क्या इमरान खान को यह याद है कोई अंदाजा है कि मैंने एक बार उनकी पाकिस्तान टीम के लिए फील्डिंग की थी।
इसे अंग्रेजी में पढ़े- List of three Indian origin Hindu cricketers who played for Pakistan